कश्मीर की तरह आतंकवाद के रास्ते पर जाता केरल प्रदेश

01 Nov 2023 15:07:59
केरल में एर्नाकुलम जिले के कलाम सेरी में ईसाई समुदाय यहोवासाक्षी के सम्मेलन केंद्र में रविवार को हुए धमाकों के द्वारा हमास के समर्थकों ने भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा दी है ! हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मशाल ने शनिवार को केरल में फलस्तीन समर्थक एक रैली को कतर से वर्चुअल संबोधित किया था ! जिसमें उसने बुलडोजर हिंदुत्वऔर यहूदीवाद कोउखाड़ फेंकने का नारा दिया ! इस रैली के समय केरल के मुख्यमंत्री स्वयं दिल्ली में फिलीस्तीन समर्थन के डरने पर बैठे हुए थे !


Kerala becoming like Kashmir

फलस्तीन के समर्थन के नाम पर देश भर में कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं हालांकि भारत सरकार कि नीति है कि पलस्तानियों का अपना एक अलग देश होना चाहिए ! इसलिए उनके पक्ष में आवाज उठाने में कोई हज नहीं है लेकिन फलस्तीन के नाम पर जिस तरह हमास का समर्थन और महिमा मंडन किया जा रहा है वह खतरे की घंटी है ! केरल में इन धमकाओं के लिए मार्टिन नाम के यहूदी ने पुलिस के सामने यह कहते हुए समर्पण कर दिया है कि इस समुदाय की शिक्षा देश विरोधी है ! इससे यह प्रतीत होता हैकी किस प्रकार इस व्यक्ति को इस्लामीकट्टरपंथियों ने ब्रेनवाश करकेअपने साथ मिलाया है ! जिसके द्वारा वह अपने ही समुदाय को देश विरोधी बता कर उसकी सभा में बम विस्फोट कर रहा है !

कुछ समय पहले इसी समुदाय के तीन बच्चों को स्कूल ने राष्ट्रगान ना गाने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था ! पिछले कुछ समय से विश्व के विभिन्न देशों जैसे पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका इत्यादि में धार्मिक असहिष्णुता के अलावा धार्मिक स्थलों पर बराबर हमले किए जा रहे हैं !इन देशों में मुस्लिम कट्टरपंथीअन्य समुदायों काविनाश करना चाहते हैं !ऐसा ही आजकलजोर शोर से केरल में भी हो रहा है ! यहां पर देखा जा रहा है की अन्य समुदाय केलोगों को इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है ! इसी के तहतअब तक करीब 32 हजार केरल की स्त्रियां इस्लाम कबूल कर चुकी है !

केरल जम्मू कश्मीर और पंजाब की तरह ही एकसीमावर्ती राज्य है ! यहां पर कश्मीर की तरह मुस्लिम आबादी कुल आबादी का 26.56% है और यहां के युवा खास कर मुस्लिम वर्ग अरब देशों में रोजगार के लिए जाते हैं ! इन अरब देशों में बहुत से मुस्लिम कट्टरपंथीइस्लामी कारण के नाम पर इन युवाओं को अपने मनोवैज्ञानिक प्रोपगंडा द्वारा इनका ब्रेनवाश करके इन्हें आतंकवाद की तरफ धकेल रहे हैं ! इसी के परिणाम स्वरूप सीरिया में इस के समर्थन में यहां के बहुत से युवा सीरिया में लड़ने के लिए वहां गए ! इसके अलावा इन युवाओं ने केरल में पिछले काफी समय से मुस्लिम कट्टरपंथ का जाल फैलाना शुरू कर दिया है ! जिसके परिणाम स्वरुप केरल में अक्सर यह कट्टरपंथी धमाको और हत्याओं के द्वारा आतंक फैला रहे !

उनके इसआतंकी मॉड्यूल को पकड़ने के लिए एनआईए ने जुलाई में इस के एक मॉड्यूल पर छापा मारा और वहां पर बहुत से समर्थक तथा उनकी विचारधारा का साहित्य एनआईए को मिला ! इसी को देखते हुए केरल में लंबे समय तक पुलिस प्रयुक्त रहे श्री लोकनाथ बेहेराआईपीएस ने अपने सेवा निवृत्ति के समय30 जून 2021 में स्वीकार किया था कि केरल आतंकवाद को फलने फूलने तथा प्रोत्साहन देने के लिए केरल एक़ अनुकूल राज्य के रूप में उभर रहा है !पुलिस प्रमुख ने केरल के शिक्षित तथा योग्य युवाओं मेंबढ़ रहे कट्टरपन पर चिंता जताई और इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य में आतंकियों के बहुत से स्लीपर सेल सक्रिय है जो विदेशी धन पर फल फूल रहे हैं ! राज्य केपुलिस प्रमुख केइस प्रकार के विचारों से केरल में फैलते हुएआतंकवाद और उसकी विस्फोटक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है !आतंकवाद कहीं पर अचानक नहीं फैलता है बल्कि इसके लिए माहौल बनाने में वर्षों का समय लग जाता है !

जम्मू कश्मीर में 1971 में पाकिस्तान की हार के बाद वहां की आईअसआई ने कश्मीर घाटी मेंआतंकवाद की जड जमाने के लिए या लंबी तैयारी की तब जाकर 1989 में आतंकवाद वहां पर उभर कर सामने आया ! इसके लिए उसने यहां मुस्लिम कट्टरपंथ तथा अल्पसंख्यक के नाम पर मुसलमानों को भड़काया तथा धीरे-धीरे गैर मुसलमानों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया ! इसके बाद उसने अपने आतंकवादियों के द्वारा कश्मीर घाटी मेंअपने हमले शुरू दिए !जिसके परिणामस्वरूप वहां से 3.5 लाख कश्मीरी पंडितों को घाटी से पलायन करना पड़ा ! कश्मीर की स्थिति सेयह अंदाजा लगाया जा सकता हैकीकिस प्रकार एकधरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर को पाकिस्तान ने बर्बाद करने का प्रयास किया परंतु भारत सरकार ने स्थिति को मजबूती से संभाल कर वहां पर दोबारा शांति स्थापित कर दी है !अब इसी प्रकार केरल में भी किया जा रहा हैऔर केरल जैसे प्रदेश को जिसे भगवान की भूमि कहा जाता हैउसको इन प्रकार की हरकतों के द्वारा तहसनहस करने का प्रयास किया जा रहा है !

कश्मीर में आतंकी केवल धार्मिक कट्टरपंथी ही है जबकि केरल में धार्मिक कट्टरपधियों के साथ-साथ वामपंथी आतंकवादी भी सक्रिय हैं ! इस कारण अब तक राज्य में करीब 150 आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं ! राज्य में बहुत से छोटे छोटे धमाके होते रहते हैं जिनमें आईडी और बमों का प्रयोग किया जा रहा है ! इसी संदर्भ में 150 गिरफ्तारियां भी हो चुकी है ! 2007 में राज्य के कोट्टायम तथा इंदुकी की सीमा पर पेट्रोल बम बनाने तथा हथियारों की सिखलाई का एक प्रशिक्षण कैंप भी आयोजित किया गया था जो अब यहां पर मुस्लिम बहुल क्षेत्रओ में छुप-छुप कर चलाए जा रहे हैं ! केरल के आतंक के तार कश्मीर के आतंकियों से भी जुड़े हुए हैं !सीरिया की तरह ही यहां के युवाओं को आतंकवाद के लिए कश्मीर भेजा गया था ! इसी संदर्भ में हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना अल्ताफ अहमद 2008 में केरल से गिरफ्तार किया गया था !

इन आतंकियों ने केरल के न्यूमैन कॉलेज के प्रोफेसर डीजे जोसेफ पर 4 जुलाई 2010 में आतंकवादी हमला किया था तथा उनके दोनों हाथों बड़ी बेरहमी से काटकरअपना भय औरआतंक फैलाने का प्रयास किया !यह आतंकी पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया के थे ! प्रोफेसर साहब पर आतंकियों ने ईस निंदा का आरोप लगाया था ! 2018 में केरल पुलिस ने पांच आई एस के समर्थकों को उस समय गिरफ्तार किया था जब वे सीरिया के लिए भागने की तैयारी कर रहे थे !मुस्लिम आतंकियों के साथ-साथ माओ आतंकियों के भी बहुत से ग्रुप केरल में सक्रिय हैं ! अक्सर इनका एनकाउंटर वहां की पुलिस के साथ होता रहता है ! आतंक की हरकतों को चलाने के लिए यहां पर सोना चांदी तथा नशीली दावों की तस्करी भी जोरों से चल रही है ! 2018-19 मेंवहां के हवाई अड्डों पर कस्टम विभाग ने251 किलोग्राम सोना बरामद किया था जो तस्करों के द्वारा देश में लाया जा रहा था !आतंकवाद तथा तस्करी में इनको हिंसक माफिया तथा वहां के राजनीतिकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है !जिसके द्वारा यहां परआतंकवादी तथा तस्करी की गतिविधियों सरेआम चल रही है ! इस प्रकार साफ हो जाता है कि केरल राज्य में भी कश्मीर की तरह धीरे-धीरे आतंकवाद बढ़ रहा है !

इन मुस्लिम कट्टरपंथियों के आतंक के कारण ही केरल में जगह हमास के समर्थन में प्रदर्शन किए जा रहे हैं और यह इस हद तक बढ़ गया है कि हमास के एक नेता ने यहां के मलपुरम जिले में एक सभा को वर्चुअल संबोधित किया ! यह सब जानबूझकर यहां पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए एक किया जा रहा है !यह दुखद है कि जब भारत के मुसलमानओ को हमास की बर्बरता की निंदा करनी चाहिए थी तो उनके कुछ संगठन उसके मानवता को शर्मसार करने वाले कारनामों के समर्थन में खड़े हैं ! यहां पर विचारणीय है कि राज्य सरकार ने जमाते इस्लामी हिंद की युवा शाखा को इस आयोजन को करने की अनुमति कैसे दे दी जिसमें हमास के नेता को संबोधन करना था !

इस सब को देखते हुए एक कहा जा सकता है कि वह दिन दूर नहीं जब केरल में कश्मीर जैसे हालात बन सकते हैं ! इससे साफ हो जाता हैकि हमास नेकेरल मेंजिहादी संगठनों कोप्रोत्साहन देने की कोशिश की हैइसलिए भारत को न केवल कश्मीर मेंअतिरिक्त सतर्कता अपनानी चाहिएकेरल जैसे हालात वाले अन्य राज्यों में भीउतनी हीसर सतर्कता अपनानी होगी ! केंद्र तथा राज्य सरकारों कोयह सुनिश्चित करना होगाकीफलस्तीन की आड़ मेंहमास का महिमा मंडन ना हो पाए ! भारतआतंकवाद कामुक्त भोगी हैक्योंकि उसनेपहले उत्तर पूर्व के राज्यों मेंतथा बाद मेंकश्मीर तथा पंजाब मेंआतंकवाद का मुकाबला किया हैऔर इस परसफलता भी प्राप्त की है !इसको देखते हुएकेंद्र और केरल सरकार को केरल की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए यहां पर ऐसे माड्यूलों को समाप्त करना चाहिए जो यहां के युवाओं कोआतंकवाद के रास्ते पर डालकर इस राज्य की शांति और उन्नति को बर्बाद करना चाहते हैं !



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